कोरोनवायरस पूरे चीन में वुहान और अन्य शहरों में फैल गया है. 28 जनवरी, 2020 को मरने वालों की संख्या बढ़कर 106 हो गई और चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के अनुसारसंक्रमित मामलों की संख्या लगभग 2835 से 4515 हो गई है. आइये कोरोनोवायरसइसके लक्षणउपचार और प्रकारों के बारे में विस्तार से अध्ययन करते हैं.

कोरोनवायरस का प्रकोप दुनिया भर में बढ़ रहा है. 27 जनवरी, 2020 को चीन से आए तीन लोगों को राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) अस्पताल दिल्ली में भर्ती कराया गया. अस्पताल की चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मिनाक्षी भारद्वाज ने बताया कि "उन्हें सर्दी और खांसी के लक्षण थे जो कि कोरोनोवायरस प्रकोप के समान हैइसलिए वे खुद अस्पताल में चले आए ". आपको बता दें कि मुंबई का एक टारडीओ और पुणे के पांच निवासी हैंजो नॉवेल कोरोनरीवायरस के संदेह पर निगरानी में हैं. अमेरिकी स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि देश में कम से कम 110 लोग संक्रमित हो चुके हैं.

कोरोनावायरस से बचने के लिए स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने लोगों को मास्क का उपयोग करने और अपने हाथ धोने का सुझाव दिया हैचीन ने वुहान (Wuhan) और एक अन्य शहर हुआंगगांग (Huanggang) को बंद कर दिया है. आपको बता दें कि हुआंगगांग वुहान के केंद्रीय शहर की सीमा है.

चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के अनुसार नॉवेल कोरोनोवायरस के कई अन्य लक्षण भी हैं जैसे सांस लेने में कठिनाईसीने में जकड़न और खांसी. यह भी कहा जाता है कि चीनी क्रेट (krait) और चीनी कोबरा घातक कोरोनावायरस का स्रोत हो सकते हैं. यह बीमारी एशिया और दुनिया भर में फैल गई है.

इतना ही नहींकोरोनोवायरस ट्रांसमिशन से भी लोगों में फैल सकता है. इससे संबंधित खबर की पुष्टि चीन सरकार द्वारा नियुक्त कुछ चीनी विशेषज्ञों ने भी की है.
Zhong Nanshan, चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग द्वारा गठित टीम के प्रमुख ने बताया कि कोरोनावायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैल सकता है और इसके कुछ मामले सामने भी आए हैं. मेडिकल स्टाफ भी संक्रमित हो गया था. 

इससे पहलेस्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा यह पता लगाया गया था कि वायरस सीफूड मार्किट के माध्यम से जानवरों से मनुष्यों में पारित हुआ है. चीनी अधिकारियों के अनुसारमरीज बुखारखांसीसांस लेने में कठिनाई और निमोनिया से पीड़ित थे.

ऐसा कहा जाता है कि कोरोनोवायरस एक ही परिवार का है जो कि SARS वायरस है. कोरोनावायरस रोग चीन में एक समुद्री भोजन बाजार से जुड़ा हुआ है. कोरोनावायरस के बारे में विस्तार से जानने से पहले,

हम देखेंगे कि कोरोनोवायरस के मामले का पता कहाँ और कैसे चला?

WHO के अनुसार, 13 जनवरी 2020 को चीन के बाहर थाईलैंड में यात्रा करने वाला एक चीनी नागरिक कोरोनावायरस संक्रमण का पहला पुष्ट मामला था.

नए वायरस का पूरा जीनोम चीनी अधिकारियों द्वारा पोस्ट किया गया है और इसे सीडीसी स्थिति सारांश के अनुसार 'नॉवेल कोरोनावायरस 2019' (mCoV-2019) नाम दिया गया है.

नोट: सीडीसी रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र है जो वुहान शहरहुबेई प्रांतचीन में एक नए कोरोनोवायरस के कारण होने वाले प्रकोप की निगरानी कर रहा है.

आइये अब कोरोनावायरस के बारे में अध्ययन करते हैं.

कोरोनावायरस क्या है?

कोरोनावीरस निडोवायरस के परिवार से है. ये विभिन्न प्रकार के वायरस हैं जो मनुष्यों सहित स्तनधारियों के श्वसन पथ को प्रभावित करते हैं. कोरोनावायरस से जुड़े कुछ लक्षण सामान्य सर्दीनिमोनिया, severe acute respiratory syndrome (SARS) हैं और यह gut को भी प्रभावित कर सकता है.

Middle East Respiratory Syndrome (MERS-CoV) और Severe Acute Respiratory Syndrome (SARS-CoV) जैसे सामान्य सर्दी से अधिक गंभीर बीमारियों के लिए कोरोनोवायरस बीमारी भी एक कारण बन सकती है.

कुछ विस्तृत जांच से पता चलता है कि SARS-CoV को civet cats से मनुष्यों और MERS-CoV से romedary camels से मनुष्यों में प्रसारित किया गया था.
छह प्रकार के कोरोनावायरस पाए जाते हैं जो मनुष्यों को संक्रमित करते हैं और कई अन्य जो जानवरों को संक्रमित करते हैं.

मनुष्यों में बीमारी का कारण बनने वाले कोरोनोवायरस दो जेनेरा में पाए जाते हैं जिनके नाम हैं alphacoronaviruses (HCoV-229E, HCoV-NL63) और betacoronaviruses (HCoV-HKU1, HCoV-OC43) और कोरोनरी वायरस Severe Acute Respiratory Syndrom (SARS) से जुड़े हैं. 2012 मेंएक अतिरिक्त नॉवेल betacoronavirus की पहचान की गई थी जो मानव रोग का कारण बन सकता है - Middle East Respiratory Syndrome Coronavirus (MERS-CoV).
आम मानव कोरोनाविरस के प्रकार 229E, NL63, OC43 और HKU1 हैं जो आमतौर पर एक सामान्य सर्दी की तरह हल्के से मध्यम श्वसन तंत्र की बीमारी का कारण बनते हैं.
कोरोनावायरस रोग के लक्षण

सरदर्द
नाक का बहना
खांसी
गले में खराश
बुखार
मानव को अस्वस्थ जैसा लगना
छींक आना
बुखार
तेज अस्थमा
थकान

कभी-कभी यह निमोनियाब्रोंकाइटिस का कारण भी बनता हैयह उन लोगों में आम है जिनके पास कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली है जैसे शिशुओंबड़े वयस्कइत्यादि में.
MERS-CoV और SARS-CoV बुखारखांसी और सांस लेने में तकलीफ सहित गंभीर लक्षण पैदा करते हैं जिसके परिणामस्वरूप निमोनिया होता है. गंभीर मामलों में गुर्दे की विफलता और यहां तक कि मौत भी हो सकती है.

MERS-CoV से पीड़ित रोगियों का इतिहास

2012 में सऊदी अरब और मध्य पूर्वअफ्रीकाएशिया और यूरोप में प्रथम Middle East Respiratory Syndrome (MERS) पाया गया. पहला अमेरिकी मामला अप्रैल 2014 में और दूसरा फ्लोरिडा में अस्पताल में भर्ती हुआ था. दोनों सऊदी अरब से लौटे थे.

कोरिया मेंमई 2015 में MERS का प्रकोप अरब प्रायद्वीप के बाहर सबसे बड़ा प्रकोप था. MERS के लक्षणों में बुखारसांस फूलना और खाँसी शामिल हो सकते हैं.

SARS-CoV के बारे में

2003 में, severe acute respiratory syndrome (SARS) से भी लोग मारे गए. आपको बता दें कि 1960 के दशक में मानव कोरोनोवायरस के पहले मामले की पहचान की गई थी लेकिन यह कहां से आया यह किसी को नहीं पता चल पाया था. 

SARS न्यूमोनिया का एक जानलेवा रूप है. यह गैस्ट्रोएन्टेरिटिस (gastroenteritis) का कारण भी बन सकता है और ऊपरी और निचले श्वसन पथ दोनों को संक्रमित कर सकता है.

SARS के लक्षणों में सूखी खाँसीठंड लगनादस्तसांस फूलना और दर्दगंभीर फेफड़ों का संक्रमण और सबसे उन्नत चरणों मेंसार्स फेफड़ेहृदय या यकृत की विफलता का कारण हो सकता है.

कोरोनोवायरस का नाम कैसे पड़ा?

crown-like projection जैसे अनुमानों के कारण कोरोनावायरस को नाम दिया गया. इलेक्ट्रॉन माइक्रोस्कोप के जरिये देखे जाने पर वायरस क्राउन जैसा दिखता है. 

लैटिन में "कोरोना" का अर्थ है "हेलो" या "क्राउन".

उपचार या संक्रमण से कैसे बचा जाए

नियमित हाथ धोना
खांसने और छींकने के दौरान मुंह और नाक को ढकें.
ठीक से पकाया हुआ मांस और अंडा खाना
सांस की बीमारी के लक्षण दिखने वाले व्यक्ति के संपर्क से बचें.

इसलिएहम कह सकते हैं कि इसका कोई उचित इलाज और उपचार नहीं है सिवाए अपनी देखभाल करना और ओवर-द-काउंटर (OTC) दवा लेना.

उचित आराम करें और overexertion से बचें.
पर्याप्त पानी पिएं.
धूम्रपान और धुएँ वाले क्षेत्रों से बचें.
दर्द और बुखार को कम करने के लिए दवा लें.
साफ ह्यूमिडिफायर या कूल मिस्ट वेपराइजर का इस्तेमाल करें.

कोरोनोवायरस रोग कैसे फैलता है?

खांसते और छींकते समयएक संक्रमण हवा में फैल गया और वायरस फैल गया.
संक्रमित व्यक्ति से हाथ मिलाने पर भी वायरस पास हो सकता है.
एक सतह या वस्तु के संपर्क में आना जिसमें वायरस होता है या फिर नाकआंख या मुंह को चूने से भी फैल सकता है.
शायद ही कभीकोरोनावायरस मल के संपर्क में आने से फैल सकता है.

इसलिए हम कह सकते हैं कि कोरोनोवायरस वायरस सामान्य सर्दी से अधिक गंभीर बीमारियों का कारण भी बन सकता है .