चीन से फैले कोरोना वायरस ने भारत समेत दुनियाभर के कई देशों में हाहाकार मचा दिया है। यह वायरस भारत, अमेरिका, तिब्बत, थाइलैंड, जापान और मंगोलिया में लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। मुंबई के बाद राजस्थान और बिहार में भी कोरोना वायरस ने दस्तक दे दी है। बिहार में इस वायरस से संक्रमित मरीज मिला है। चीन से लौटी एक लड़की में कोरोना वायरस के लक्षण मिले हैं, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है। रविवार को जयपुर में भी चीन से लौटे एक स्टूडेंट में कोरोना वायरस के लक्षण मिले थे, जिसका इलाज चल रहा है। इस खतरनाक वायरस की वजह से चीन में 80 लोगों की मौत हो चुकी है और 2,744 संक्रमित मरीजों की पुष्टि हुई है। सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक, इनमें से 461 मरीजों की हालत बेहद गंभीर बनी हुई है।
कोरोना वायरस पिछले साल दिसंबर महीने में सबसे पहले चीन के वुहान शहर में फैला। यहां से यह वायरस तेजी से पूरे चीन में फैलने लगा और लोगों को चपेट में लेने लगा। वुहान के बाद यह वायरस बीजिंग, शंघाई, मकाओ और हांगकांग पहुंचा और लोग इससे संक्रमित होने लगे। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग का कहना है कि इस वायरस का संक्रमण काल 10 दिन होता है और इन दिनों में इससे बचाव के लिए विशेष ख्याल रखना पड़ता है। जापान में पहले ही इस वायरस से संक्रमित दो मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। दरअसल, चीन या फिर वहां के वुहान शहर से दूसरे देशों में आने वाले यात्रियों के जरिए ही यह वायरस अन्य देशों में कदम रख  रहा है। हॉगकॉग और भारत में चीन से लौटे यात्रियों के जरिए ही इस वायरस ने कदम रखा है। इसी वजह से चीन पहले ही अपने 12 शहरों के 3.5 करोड़ से ज्यादा निवासियों के यात्रा पर प्रतिबंध लगा चुका है। 

क्या है कोरोना वायरस?
कोरोना वायरस एक तरह का संक्रमित होने वाला वायरस है। विश्व स्वास्थ्य संगठन इस वायरस को लेकर लोगों को चेता चुका है। यह वायरस एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में संक्रमण के जरिए फैलता है। दुनिया के तमाम देशों में यह वायरस चीन से आने वाले यात्रियों के जरिए ही पहुंच रहा है। इस वायरस के लक्षण निमोनिया की ही तरह हैं। यह वायरस कोरोनो वायरस परिवार से संबंध रखने वाला वायरस है।

कोरना वायरस जानवरों में भी पाया जाता है। समुद्री जीव-जंतुओं के जरिए यह वायरस चीन के लोगों में फैला। दक्षिण चीन में समुद्र के आसपास रहने वाले लोगों को सबसे पहले इस वायरस ने चपेट में लिया, जिनमें वुहान शहर है। दक्षिण चीन के बाजार जहां काफी मात्रा में समुद्री जीव मिलते हैं, उनके जरिए यह वायरस लोगों में फैला। इस बाजार में समुद्री जीव जिंदा भी मिलते हैं और उनका मांस भी मिलता है। यहीं से इस वायरस ने चीन के निवासियों को अपनी चपेट में लिया।
कोरोना वायरस के लक्षण
·         बुखार
·         सांस लेने में दिक्कत
·         सर्दी-जुकाम 
·         खांसी
·         नाक का लगातार बहना
·         सिर में दर्द
·         ऑर्गन  फेल्योर (अंगों का काम करना बंद )
कोरोना वायरस में किसी भी तरह की कोई एंटीबायोटिक काम नहीं करती है। फ्लू में दी जाने वाली एंटीबायोटिक भी इस वायरस में काम नहीं करती है। अस्पताल में भर्ती कराए जाने वाले व्यक्ति के अंगों को फेल होने से बचाने के लिए उसे ज्यादा से ज्यादा मात्रा में तरल पदार्थ दिया जाता है। जानवरों से फैलने वाले कोरोना वायरस सिवीर एक्यूट रेस्परटॉरी सिंड्रोम (गंभीर श्वसन लक्षण) और मिडिल इस्टर्न रेस्परटॉरी सिंड्रोम दोनों तरह का होता है। मिडिल इस्टर्न रेस्परटॉरी सिंड्रोम (मेर्स) अफ्रीकी और शियाई ऊटों के जरिए मनुष्य में फैलता है। चमगादड़ ऐसा जीव है जिसमें सिवीर एक्यूट रेस्परटॉरी सिंड्रोम (गंभीर श्वसन लक्षण) और मिडिल इस्टर्न रेस्परटॉरी सिंड्रोम दोनों तरह का कोरोनो वायरस होता है।

ऐसे में अभी पता नहीं चला है कि यह कोरोनो वायरस सांपों या चमकादड़ों में से किसके जरिए इंसानों में फैला है क्योंकि यह एक अलग तरह का कोरोनो वायरस है। चीन में सबसे पहले सिवीर एक्यूट रेस्परटॉरी सिंड्रोम (गंभीर श्वसन लक्षण) साल 2002 में फैला था। उस वक्त यहां से यह वायरस 37 देशों में फैला था और आठ हजार से ज्यादा लोग इसकी चपेट में आए थे और 750 से ज्यादा मौतें हुईं थी।

कोरोना वायरस चीन से बाहर कैसे मचा रहा है तबाही?
चीन से बाहर भी इस वायरस के मरीजों की पुष्टि होने लगी है। अमेरिका में रविवार को इस वायरस से संक्रमित पांचवें मरीज की पुष्टि हुई है। वहीं सिंगापुर के स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि कोरोना वायरस से ग्रसित चार मरीजों की पुष्टि हुई है। ऑस्ट्रेलिया में इस वायरस से संक्रमित चार मरीजों की पुष्टि हो चुकी है।

वहीं फ्रांस में कोरोना वायरस से संक्रमित दो मरीजों की पुष्टि हुई है। नेपाल का भी कहना है कि वहां भी कोरोना वायरस से संक्रमित एक मरीज मिला है। इस तरह यह वायरस चीन से बाहर विश्व के कई देशों के लिए दहशत बन रहा है।